हार्ट फेलियर एक जानलेवा स्थिति हो सकती है, जिसमें मरीज का दिल काम करना बंद कर देता है। ऐसा तब होता है जब हार्ट बॉडी की जरूरत के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में ब्लड पंप नहीं कर पाता है।
हार्ट फेलियर के मरीजों का हार्ट समय के साथ कमजोर होता जाता है। यह कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, अधिक स्मोकिंग और अल्कोहल का अधिक सेवन आदि।
शुरुआत से इसका ध्यान दिया जाए तो हार्ट कमजोर होने से बचाया जा सकता है, लेकिन हार्ट फेलियर क्रोनिक कंडीशन है इसका उपचार संभव नहीं है। यानी कि हार्ट फेलियर के लास्ट में वो बहुत ज्यादा कमजोर हो चुका होता है। जिसके कारण में इसमें कई बदलाव और लक्षण नजर आने लगते हैं।
हार्ट फेलियर की लास्ट स्टेज के लक्षण
हार्ट फेलियर के लास्ट स्टेज में मरीज कोई भी फिजिकल एक्टिविटी करने में सक्षम नहीं होता है। कोई भी भारी काम करने पर उसकी सांस फूलने लगती हैं और मरीज थकान बहुत ज्यादा महसूस करता है।हार्ट फेलियर के लास्ट स्टेज के लक्षणों में लगातार खांसी आना भी शामिल है। इस दौरान व्हाइट या पिंक म्यूकस का निर्माण हो सकता है और रात को सोते समय खांसी आपको ज्यादा परेशान करेगी। इस दौरान नेक वेन्स, पैरों और एड़ियों, में सूजन होना इसके लक्षणों में से एक है। हार्ट फेलियर के शिकार मरीजों में दिल की धड़कन तेज होने लगती है।
ये 5 काम आपको हार्ट फेलियर की लास्ट स्टेज में पहुंचने बचा सकते हैं
हेल्दी डाइट लें
मेयो क्लिनिक के अनुसार, खराब डाइट हार्ट फेलियर के सबसे बड़े कारणों में से एक है। सबसे पहले तो आप लो कैलोरी डाइट लें और अपने खान में सलाद और हरी सब्जियों को ज्यादा शामिल करें, ताकि आपके हार्ट को सही ढंग से फंक्शन करने के लिए सभी जरूरी पोषण मिल पाए।
नींद पूरी लें
नींद की कमी भी आपके दिल को कमजोर करने लगती है। नींद की कमी से आप में हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ भी बढ़ जाता है। हार्ट के मरीजों के लिए खासतौर पर 8 से 9 घंटे की अच्छी नींद जरूरी है।
कोलेस्ट्रॉल पर ध्यान दें
शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना भी हार्ट फेलियर की स्थिति को और भी खतरनाक बना देता है। बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से एथेरोस्क्लेरोसिस और दिल की बीमारियों का खतरे बढ़ जाता है। एथेरोस्क्लेरोसिस में, धमनियों के वॉल पर कोलेस्ट्रॉल जमने लगता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता में कमी आती है। आप अपने खाने में ऑयली, मसालेदार और शुगर के सेवन से बचें।
डायबिटीज को कंट्रोल रखें
डायबिटीज भी हार्ट फेलियर के बड़े कारणों में से एक है। डायबिटीज उन लोगों में हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ता है, जिनकी डायबिटीज अक्सर कंट्रोल में नहीं रहती है। डायबिटीज होने से हार्ट डिजीज का रिस्क और भी बढ़ जाता है। एक अच्छी डाइट, लाइफस्टाइल और मेडिकेशन से अपनी डायबिटीज को कंट्रोल में रखें।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचें
हाई ब्लड प्रेशर आपके दिल की विफलता के खतरे को बढ़ा देता है। इसे कंट्रोल में रखना आपके जीवन के लिए बहुत जरूरी है। आप हाई ब्लड प्रेशर का मेडिकेशन लें और खाने में सोडियम कम लें। इससे आप हार्ट फेलियर के खतरे को कम कर सकते हैं।
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