ज्येष्ठ माह के प्रमुख व्रत-पर्व  

नई दिल्ली
विक्रम संवत 2078 का तीसरा माह ज्येष्ठ 27 मई से प्रारंभ हुआ है और 24 जून 2021 तक रहेगा। इस माह में ग्रीष्म ऋतु रहती है। ज्येष्ठ माह में कई प्रमुख व्रत-पर्व आएंगे। कुछ ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा तो कुछ ग्रह अपनी अवस्था बदलेंगे। इस माह में अपरा एकादशी निर्जला एकादशी भी आएगी। सोम प्रदोष, शनि जयती, गंगा दशहरा, सोम पुष्य जैसे संयोग भी आएंगे। बृहस्पति भी 20 जून से वक्री होंगे। 22 जून से सूर्य के आद्र्रा नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही वर्षा ऋतु का आरंभ भी होगा। 
ज्येष्ठ माह के प्रमुख व्रत-पर्व 28 मई- नारद जयंती 29 मई- संकष्टी चतुर्थी व्रत, चंद्रोदय रात्रि 10.28 बजे 30 मई- सर्वार्थसिद्धि योग प्रात: 5.45 से सायं 4.40 तक 31 मई- सवार्थसिद्धि योग प्रात: 5.45 से सायं 4.01 तक, पंचक प्रारंभ रात्रि 3.57 से 2 जून- कालाष्टमी 4 जून- अमृतसिद्धि योग रात्रि 8.47 से तड़के 4.44 तक 5 जून- पंचक समाप्त रात्रि 11.27 से 6 जून- अपरा एकादशी, फलाहार खरबूजा, ककड़ी 7 जून- सोमप्रदोष व्रत 9 जून- सर्वार्थसिद्धि योग प्रात: 8.46 से रात्रि 4.44 तक 10 जून- भावुका अमावस्या, शनि जयंती, वटसावित्री अमावस्या 11 जून- चंद्र दर्शन 13 जून- रंभा तृतीया, महाराणा प्रताप जयंती 14 जून- श्री विनायक चतुर्थी व्रत 16 जून- अरण्य षष्ठी 19 जून- महेश नवमी 20 जून- गंगा दशहरा, गंगादशमी, बटुक भैरव जयंती 21 जून- निर्जला एकादशी, फलाहार आम 22 जून- भौम प्रदोष व्रत 24 जून- वट सावित्री पूर्णिमा व्रत
 

Source : Agency

11 + 6 =

Ahtieshyam Uddin (Editor in Chief)

Email: nationalsamacharindia2019@gmail.com

Mobile:    (+91) 8770103914

(Office Chhattisgarh)

Chhatisgarh Bureau Office: Vaishali Residency, Shop No.01, Ward No. 44, Shankar Nagar, Bilaspur (CG) Pin: 495004