वास्तु विज्ञान के अनुसार बनाये घर में सीढ़ियां

वास्तु का प्रचलन सदियों, युगों पहले से हैं या यूं कहें कि सतयुग के आरंभ से ही था। आजकल देखने को मिलता है कि अच्छे खासे भवन होने के बाद भी घर में सुख-शांति और आर्थिक समस्याएं बनी रहती हैं, इसकी वजह है वास्तु दोष होना। केवल घर बना लेना काफी नहीं है बल्कि उसका वास्तु सम्मत बनवाना अति आवश्यक है। हमारे देश की बड़ी-बड़ी धरोहरें और प्राचीन इमारतें वास्तु सम्मत हैं। इसका वैज्ञानिक कारण भी है कि घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा रहे और नकारात्मक ऊर्जा का वास न हो।

वास्तु विज्ञान के अनुसार, घर में सीढ़ियों के नीचे कोई भी निर्माण कार्य नहीं करना चाहिए और ना ही वहां कुछ होना चाहिए। इसके साथ ही पानी का स्रोत हमेशा उत्तर की तरफ होना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम भाव बना रहता है।

घर में कभी भी बीम, पीलर या फिर देहली के नीचे नहीं सोना चाहिए। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि घर के बीचों बीच कोई भी भारी-भरकम फर्नीचर या फिर कोई सामान नहीं रखना चाहिए। अगर रखा हुआ है तो इसको तुरंत हटा दें। यह स्थान ब्रह्मस्थान माना जाता है और हमेशा इस स्थान को खाली रहना चाहिए।

घर की दीवारों पर आईना लगाते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आईना एक दम ऊपर या फिर बहुत नीचे न हो। ऐसा करने से घर के सदस्यों को सिरदर्द की परेशानी रहती है। वहीं घर के बेडरू में बिस्तर के सामने आईना लगा हो तो उसके फौरान हटा दें क्योंकि यहां दर्पण वैवाहिक जिंदगी में परेशानी लाती है और कोई न कोई परेशानी जीवन में बनी रहती है।

घर में मंदिर हमेशा पूर्व, उत्तर या फिर उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। वहीं घर में सभी भारी चीजें जैसे विघुत उपकरण, फर्नीचर, अलमीरा आदि चीजों को घर के दक्षिण भाग में रखना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और आपके कार्यों में आ रही रुकावट भी दूर होती हैं।

घर में कभी भी रक्तरंजित चित्र, युद्ध वाले चित्र, सहांरक देवी-देवता के चित्र, रक्तपात वाले चिंत्र, हिसंक जानवरों के चित्र घर में नहीं लगाने चाहिए। ऐसी चित्र लगाने से घर-परिवार में झगड़ा होता रहता है और आपसी प्रेम भी खत्म हो जाता है। इसके लिए आप हमेशा शांत भाव, प्रसन्न मुद्रा वाले व स्थिर तस्वीर ही लगाएं। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।

घर की दिवारों पर कभी भी लाल रंग, रक्त जैसा रंग न कराएं। घर में हमेशा हल्के रंगों का प्रयोग करना चाहिए, जैसे नीला, पीला, क्रीम आदि। वहीं यह भी ध्यान रखना चाहिए कि किचन में कभी भी सिंक और गैस-सिलंडर एकसाथ न हों या फिर एक दिशा में न हों। ऐसा करने से घर में धन संबंधित समस्याओं की परेशानी बनी रहती है।

Source : Agency

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