हनुमान जी के जन्मोत्सव में इन बातों का रखें खास ध्यान, ये हैं पूजा के सही नियम

छोटी दीपावली के दिन यानी आज कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन हनुमान जयंती मनाई जाएगी। वायु पुराण के अनुसार आज के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। वहीं कुछ लोग चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन भी हनुमान जयंती मनाते हैं। कलयुग में हनुमान जी के बारे में कहा जाता है कि, वह सबसे जागृत देव हैं।

पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम ने जल समाधि लेते समय हनुमान जी से कहा था कि, कलयुग तक हनुमान आपको पृथ्वी पर ही रहना होगा और जो भी भक्त धर्म के मार्ग पर चलेंगे उनकी रक्षा भी आपको करनी होगी। इसलिए कलयुग में हनुमान जी की पूजा का सबसे ज्यादा महत्व है। आइये आज हनुमान जयंती के दिन जानते हैं कि, हनुमान जी की पूजा में किन बातों का खास ध्यान रखें और क्या है बजरंगबली की पूजा का सही नियम।

हनुमान जी की पूजा के नियम  

    हनुमान जी की पूजा के लिए लाल आसन बिछा कर उस पर बैठ जाएं।
    शुद्ध जल से आचमन करें और हनुमान जी की पूजा का संकल्प लें।
    यदि हनुमान जी का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो उनकी पूजा करने से पहले भगवान राम के नाम का जाप करें।
    फिर हनुमान चालिसा का पाठ करें और ध्यान रहे हनुमान जी की पूजा करते समय उन्हें सिंदूर अवश्य चढ़ाएं।
    घर में हनुमान जी की प्रतिमा के सामने आज आप उन्हें चमेली के तेल का दीया अर्पित करें। ऐसा करने से हनुमान जी की शीघ्र कृपा मिलेगी।
    पूजा के समय हनुमान जी को तुलसी की पत्ति में सीताराम लिख करे चढ़ाएं। ऐसा करने से वह आपके हर संकट मिटा देंगे।
    हनुमान जी को बूंदी के लड्डू बहुत प्रिय हैं, भोग में आप उन्हें वही चढ़ाएं और एक लाल चोला भी चढ़ाएं।
    हनुमान जयंती पर आज संपूर्ण सुंदरकाण्ड का पाठ करें और पाठ पूरा समाप्त होने के बाद ही उठें। अधूरा पाठ कर के बिल्कुल न उठें ऐसा करने से पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा।
    हनुमान जी का पाठ करने के बाद उनकी आरती अवश्य करें आरती में कपूर और दीये की बाती का प्रयोग करें।
    हनुमान जी के कुछ मंत्र हैं जिनका का जाप तुलसी की माला पर कर सकते हैं।

हनुमान जी के मंत्र

    हं हनुमंते नम:।
    ॐ हम हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट।
    मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥

हनुमान जी को चढ़ाएं ये फूल

हनुमान जी को पीले गैंदे का फूल, लाल गुलाब की माला, चमेली का फूल और तुलसी की पत्ति से बनी राम लिखि माला चढ़ा सकते हैं।
हनुमान जी की पूजा का शुभ मुहूर्त

हनुमान जी की पूजा का मुहूर्त 11 नवंबर 2023 दिन शनिवार को आज रात 11 बजकर 39 मिनट से 12 नवंबर 2023 दिन रविवार को रात 12 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। यह पूजा अवधि कुल 53 मिनट की रहेगी। इस बीच कई प्रसिद्ध मंदिरों में हनुमान जी का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है।

Source : Agency

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