विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि में अप्रैल में साढ़े तीन साल में दूसरा सबसे तेज सुधार

अवाडा एनर्जी को सौर परियोजना के लिए एसबीआई से 1,190 करोड़ रुपये का मिला ऋण

अशोक लेलैंड की अप्रैल महीने में कुल थोक बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 14,271 इकाई

विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि में अप्रैल में साढ़े तीन साल में दूसरा सबसे तेज सुधार

नयी दिल्ली
अवाडा एनर्जी ने गुजरात में एक नई सौर परियोजना के लिए भारतीय स्टेट बैंक से 1,190 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है।

कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘20-वर्षीय परियोजना ऋण सुविधा के रूप में स्वीकृत व वितरित यह वित्तपोषण गुजरात के सुरेन्द्र नगर जिले में 400 मेगावाट उपयोगिता-स्तरीय सौर पीवी विद्युत परियोजना के विकास में सहायता करेगा।’’

अवाडा समूह के चेयरमैन विनीत मित्तल ने कहा, ‘‘हम अपने परियोजना वित्तपोषण समझौते के जरिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर खुश हैं।’’


अशोक लेलैंड की अप्रैल महीने में कुल थोक बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 14,271 इकाई

नयी दिल्ली
 वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड की अप्रैल महीने में कुल थोक बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 14,271 इकाई हो गई। यह पिछले साल इसी महीने में यह 12,974 इकाई थी।

अशोक लेलैंड ने एक बयान में कहा कि घरेलू बिक्री पिछले महीने नौ प्रतिशत बढ़कर 13,446 इकाई हो गई, जबकि अप्रैल 2023 में यह 12,366 इकाई थी।

घरेलू बाजार में मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 16 प्रतिशत बढ़कर 8,611 इकाई रही जबकि एक साल पहले इसी महीने में 7,422 इकाई थी।

बयान के अनुसार, हल्के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री पिछले वर्ष के इसी महीने की 4,944 इकाई से दो प्रतिशत घटकर 4,835 इकाई रही।


विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि में अप्रैल में साढ़े तीन साल में दूसरा सबसे तेज सुधार

नयी दिल्ली
भारत के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधि अप्रैल में धीमी रही, लेकिन फिर भी परिचालन स्थितियों में साढ़े तीन साल में दूसरा सबसे तेज सुधार दर्ज किया गया जिसे बढ़ती मांग का समर्थन मिला।

मौसमी रूप से समायोजित ‘एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक’ (पीएमआई) अप्रैल में घटकर 58.8 हो गया जो मार्च में 59.1 था।

पीएमआई के तहत 50 से ऊपर सूचकांक होने का मतलब उत्पादन गतिविधियों में विस्तार है जबकि 50 से नीचे का आंकड़ा गिरावट को दर्शाता है।

एचएसबीसी के मुख्य भारत अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा कि मजबूत मांग की स्थिति के कारण उत्पादन में और वृद्धि हुई, हालांकि मार्च की तुलना में यह वृद्धि थोड़ी धीमी रही।

रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय विनिर्माताओं ने अप्रैल में घरेलू और बाहरी ग्राहकों से अपने माल की मजबूत मांग की सूचना दी। कुल नए ठेके में तेजी से वृद्धि हुई है और विस्तार की गति 2021 की शुरुआत के बाद से दूसरी सबसे मजबूत रही।

इसके अलावा, अप्रैल में नए निर्यात ठेकों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। यद्यपि कुल बिक्री की तुलना में यह वृद्धि धीमी रही, जिससे पता चलता है कि घरेलू बाजार वृद्धि का मुख्य चालक बना रहा।

सामग्री और श्रम लागत में वृद्धि की खबरों के बीच भारतीय विनिर्माताओं ने अप्रैल में अपने विक्रय मूल्यों में वृद्धि की।

भंडारी ने कहा, ‘‘कीमत की बात करें तो कच्चे माल और श्रम की उच्च लागत के कारण कच्चे माल की लागत में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन मुद्रास्फीति ऐतिहासिक औसत से नीचे बनी हुई है।’’

उन्होंने कहा कि हालांकि, कंपनियों ने उत्पादन शुल्क बढ़ाकर इस वृद्धि का बोझ उपभोक्ताओं पर डाल दिया, क्योंकि मांग मजबूत बनी रही जिसके परिणामस्वरूप मुनाफे में सुधार हुआ।

एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण पीएमआई को एसएंडपी ग्लोबल ने करीब 400 कंपनियों के एक समूह में क्रय प्रबंधकों को भेजे गए सवालों के जवाबों के आधार पर तैयार किया है।

 

Source : Agency

13 + 13 =

Ahtieshyam Uddin (Editor in Chief)

Email: nationalsamacharindia2019@gmail.com

Mobile:    (+91) 8770103914

(Office Chhattisgarh)

Chhatisgarh Bureau Office: Vaishali Residency, Shop No.01, Ward No. 44, Shankar Nagar, Bilaspur (CG) Pin: 495004