उदयपुर।
राजस्थान के उदयपुर संभाग का प्रतापगढ़ पहला जिला बन गया है, जहां 100 प्रतिशत डबल वैक्सीनेशन को पूरा कर लिया गया है। प्रतापगढ़ राज्य का सबसे नया जिला है, जहां की आधी आबादी जंगली इलाकों में रहती है। इस इलाके में नदी, पहाड़ इत्यादि को पार कर अलग-अलग गावों में जाना पड़ता है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों जिले के गांवों तक पहुंचने में काफी मेहनत की।
जानतकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने जहां नदी और तालाब थे, वहां नावों के जरिए लोगों तक वैक्सीन पहुंचाई। इतना ही नहीं स्वास्थ्यकर्मियों ने पहाड़ों पर पैदल चढ़कर लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई। आपको बता दें कि प्रतापगढ़ की 5 तहसीलें पीपलखूंट, धरियावद, प्रतापगढ़, अरनोद और छोटी सादड़ी के कई गांव तो माही बैकवाटर और पाल ग्यासपुर क्षेत्र के कारण 6 महीने तक पानी से घिरे रहते हैं। इन गांवों में काम करने वाले हेल्थ वर्कर्स भी इन्हीं इलाकों से हैं। इन हेल्थ वर्कर्स ने आसानी से उन्हीं की भाषा में वैक्सीन के फायदे बताए।
लोगों के मन में था वैक्सीन को लेकर डर
हालांकि वैक्सीनेशन के शुरुआती दिनों में लोगों के बीच में कई तरह के डर थे। कुछ लोगों को तो ऐसा लग रहा था कि यह नपुंसक बनाने वाला टीका है। हालांकि कलेक्टर-सीएमएचओ ने स्थानीय आदिवासी लोगों के साथ देवरा (लोकल धार्मिक स्थल) के भोपा, सोखा, ओझा को साथ लेकर बैठकें की। स्वास्थ्यकर्मियों ने खेतों में पहुंचकर, गाड़ियां रोककर वैक्सीनेशन किया और 100 प्रतिशत वैक्सिनेशन का रेकॉर्ड बनाया।
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